ऋषिकेश एम्स के पास शिवाजी नगर तिराहे पर अतिक्रमण हटाने के दौरान महिलाओं द्वारा पुलिस पर गरम खाना फेंकने की घटना
ऋषिकेश एम्स के पास अतिक्रमण हटाने पर बवाल, महिलाओं ने पुलिस पर फेंका गरम खाना
ऋषिकेश शहर में 30 सितंबर 2025 को एक बड़ा हंगामा हुआ जब नगर निगम और पुलिस की टीम अतिक्रमण हटाने पहुंची। यह घटना एम्स अस्पताल के पास शिवाजी नगर तिराहे पर हुई जहां सड़क किनारे ठेलियां और दुकानें लगी थीं। टीम ने जेसीबी मशीन से अतिक्रमण हटाना शुरू किया तो कुछ महिलाओं ने विरोध किया और गरम खाना फेंक दिया। यह खबर तेजी से फैली और लोगों में चर्चा का विषय बन गई। इस ब्लॉग पोस्ट में हम पूरी घटना की डिटेल बताएंगे ताकि आप समझ सकें क्या हुआ और क्यों।
ऋषिकेश में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान हंगामा
— Kumaon Jagran (@KumaonJagran) September 30, 2025
ऋषिकेश के एम्स के पास शिवाजी नगर तिराहे पर मंगलवार को नगर निगम प्रशासन और पुलिस की टीम अतिक्रमण हटाने पहुँची तो बवाल खड़ा हो गया। सड़क किनारे ठेलियां लगाने वाली कुछ महिलाओं ने विरोध करते हुए गरम खाना पुलिस और निगम कर्मियों पर… pic.twitter.com/VDNiG5xkIg
घटना की शुरुआत और जगह
यह सब 30 सितंबर 2025 को दोपहर करीब 12:30 बजे शुरू हुआ जब नगर निगम की टीम पुलिस के साथ एम्स ऋषिकेश के पास बैराज रोड पर पहुंची। जगह शिवाजी नगर तिराहा है जो एम्स चौक के नाम से भी जाना जाता है और उत्तराखंड राज्य में स्थित है। यह इलाका 50 मीटर जीरो जोन घोषित है जहां कोई अतिक्रमण या पार्किंग नहीं होनी चाहिए। फिर भी यहां रोजाना ठेलियां लगती हैं क्योंकि एम्स में हजारों लोग आते हैं और खाने की दुकानें चलती हैं। टीम ने ट्रैक्टर ट्रॉली में सामान लोड करना शुरू किया तो विरोध बढ़ गया।
विरोध कैसे बढ़ा और क्या हुआ
महिलाओं ने जेसीबी के आगे लेटकर मशीन रोकने की कोशिश की और एक महिला ने ड्राइवर पर पत्थर फेंकने की धमकी दी। फिर कुछ महिलाओं और युवकों ने गरम कढ़ी, राजमा दाल और अन्य खाना पुलिस और नगर निगम कर्मियों पर उड़ेल दिया। गनीमत रही कि खाना ज्यादा गरम नहीं था वरना बड़ा हादसा हो सकता था। इससे अफरा तफरी मच गई और सड़क पर खाना बिखर गया। पुलिस ने स्थिति संभाली और पांच महिलाओं के साथ एक युवक को हिरासत में लिया। टीम ने करीब 20 अतिक्रमण हटाए और लोगों को चेतावनी दी कि दोबारा ऐसा न करें।
महिलाओं के आरोप और अधिकारियों का पक्ष
विरोध करने वाली महिलाओं का कहना है कि नगर निगम पक्षपात कर रहा है क्योंकि कुछ अतिक्रमण एम्स कर्मचारियों के रिश्तेदारों के हैं जो जगह किराए पर देते हैं। वे कहती हैं कि सभी को समान तरीके से कार्रवाई होनी चाहिए। वहीं पुलिस और नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि इलाका जीरो जोन है और बार बार चेतावनी दी गई थी लेकिन अतिक्रमण नहीं हटाया गया। इससे सड़क संकरी हो जाती है, एंबुलेंस को दिक्कत होती है और मरीजों को चलने में परेशानी आती है। एम्स चौकी इंचार्ज निकलेश बिष्ट और सेनिटेशन इंस्पेक्टर सुभाष सेमवाल ने कहा कि नियम तोड़ने पर सख्त एक्शन लिया जाएगा।