उत्तर प्रदेश के संभल जिले में आज एक बड़ा हादसा हुआ है जहां प्रशासन ने अवैध मस्जिद और विवाह भवन पर बुलडोजर चलाया। यह घटना 2 अक्टूबर 2025 को हुई जो दशहरा का दिन था और जगह थी राया बुजुर्ग गांव। कई न्यूज साइट्स जैसे इंडिया टुडे और द इंडिया डेली से यह जानकारी कन्फर्म हुई है कि यह निर्माण सरकारी झील की जमीन पर था।
घटना की पूरी डिटेल
यह कार्रवाई सुबह 11 बजे शुरू हुई जब दो बुलडोजर गांव में आए। पुलिस और अर्धसैनिक बलों की बड़ी टीम मौके पर थी ताकि कोई दंगा न हो। न्यूज रिपोर्ट्स बताती हैं कि मस्जिद और विवाह भवन पिछले 10 साल से झील की जमीन पर अवैध रूप से बने थे। प्रशासन ने पहले नोटिस दिया था लेकिन कोई जवाब नहीं आया इसलिए बुलडोजर एक्शन लिया गया। यह जानकारी इंडिया टुडे और यूट्यूब वीडियो से वेरिफाई हुई है जहां लाइव फुटेज दिखाया गया है। घटना की जगह संभल का असमोली इलाका है जहां सरकारी जमीन को वापस लेने के लिए यह कदम उठाया गया।
पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था
कार्रवाई के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस ने फ्लैग मार्च निकाला। पीएसी और पुलिस की कई कंपनियां गांव में तैनात थीं। द इंडिया डेली की रिपोर्ट में लिखा है कि विजयादशमी के दिन यह एक्शन हुआ जो 2 अक्टूबर 2025 को था। कई साइट्स जैसे टाइम एंड डेट और हिंदुस्तान टाइम्स से कन्फर्म हुआ कि दशहरा 2025 में इसी तारीख को था। यह सुरक्षा इसलिए थी क्योंकि संभल में पहले भी ऐसे मामले में तनाव हुआ है लेकिन इस बार सब शांत रहा।
क्यों हुई यह कार्रवाई
प्रशासन का कहना है कि झील की जमीन पर अवैध कब्जा था जो पर्यावरण और सरकारी नियमों के खिलाफ था। पिछले 10 साल से यह निर्माण खड़ा था और नोटिस के बाद भी कोई एक्शन नहीं लिया गया। न्यूज साइट्स से पता चला कि उत्तर प्रदेश सरकार अवैध निर्माण पर सख्त है और संभल में पहले भी ऐसे कई केस हुए हैं। यह जानकारी 1 और 2 अक्टूबर 2025 की रिपोर्ट्स से क्रॉस चेक की गई है जहां लाइव अपडेट दिए गए थे। यह घटना दिखाती है कि सरकार जमीन कब्जे पर कितनी सख्त है।
क्या होगा आगे
अभी कार्रवाई जारी है और जमीन को खाली कराया जा रहा है। लोकल लोग शांत हैं लेकिन सोशल मीडिया पर चर्चा हो रही है। यह घटना संभल非法 mosque demolition और bulldozer action UP जैसे कीवर्ड्स से सर्च करने पर कई साइट्स पर मिलती है। भविष्य में ऐसी कार्रवाई और भी हो सकती है ताकि सरकारी जमीन सुरक्षित रहे।