21 सितंबर 2025 को, भारत में रह रही एक अमेरिकी महिला क्रिस्टन फिशर ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें उन्होंने भारतीय स्वास्थ्य सेवाओं की तारीफ की। क्रिस्टन ने बताया कि दिल्ली में उनके अंगूठे में रसोई में सब्जी काटते समय गहरी चोट लग गई थी। खून बहना बंद नहीं हो रहा था, इसलिए उन्हें नजदीकी अस्पताल जाना पड़ा। वहां डॉक्टरों और नर्सों ने तुरंत उनकी मदद की और केवल 45 मिनट में उनका इलाज पूरा हो गया। हैरानी की बात यह थी कि इलाज का बिल सिर्फ 50 रुपये आया। क्रिस्टन ने कहा कि अमेरिका में यही इलाज हजारों डॉलर में होता, लेकिन भारत में यह सस्ता और तेज था। इस अनुभव ने उन्हें भारतीय स्वास्थ्य प्रणाली का प्रशंसक बना दिया।
क्रिस्टन ने अपने वीडियो में बताया कि अमेरिका में इमरजेंसी रूम में जाने का खर्च ही 2000 डॉलर (लगभग 1.5 लाख रुपये) से शुरू होता है। इसके अलावा वहां लंबा इंतजार और जटिल प्रक्रियाएं आम हैं। लेकिन भारत में उन्हें न तो इंतजार करना पड़ा और न ही ज्यादा पैसे खर्च करने पड़े। दिल्ली के अस्पताल में नर्स ने उनके अंगूठे पर खास तरीके से पट्टी बांधी, जिससे टांके लगाने की जरूरत नहीं पड़ी। क्रिस्टन ने कहा कि भारत की स्वास्थ्य सेवाएं न केवल किफायती हैं, बल्कि मरीजों को तुरंत राहत भी देती हैं। यह अनुभव उनके लिए भारत में रहने का एक और कारण बन गया।
क्रिस्टन का यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ और इसे 1 लाख 14 हजार से ज्यादा लोग देख चुके हैं। लोगों ने भारतीय स्वास्थ्य सेवाओं की सादगी और सुलभता की तारीफ की। एक यूजर ने लिखा, "भारत का स्वास्थ्य सिस्टम दुनिया में सबसे अच्छा है।" एक अन्य यूजर ने बताया कि दिल्ली में कई चैरिटेबल अस्पताल हैं जो कम खर्च में बेहतरीन इलाज देते हैं। कुछ लोगों ने अपने अनुभव भी साझा किए, जैसे एक व्यक्ति ने कहा कि उनकी बेटी का अमेरिका में मामूली इलाज 40 हजार रुपये में हुआ, जबकि भारत में यह 1000 रुपये में हो जाता। इस वीडियो ने भारत की स्वास्थ्य सेवाओं को वैश्विक स्तर पर सराहना दिलाई।
क्रिस्टन का यह अनुभव भारत की स्वास्थ्य सेवाओं की ताकत को दर्शाता है। कम खर्च में तेज और प्रभावी इलाज ने न केवल क्रिस्टन का दिल जीता, बल्कि सोशल मीडिया पर लोगों को भी गर्व महसूस कराया। भारत में कई अस्पताल दान और फंडिंग के जरिए गरीबों को भी मुफ्त या कम खर्च में इलाज देते हैं। क्रिस्टन ने अपने वीडियो में कहा, "यही वजह है कि मुझे भारत की स्वास्थ्य सेवाएं इतनी पसंद हैं।" यह घटना भारत के स्वास्थ्य सिस्टम की सादगी और मानवता को दर्शाती है।