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यूपी पुलिस की सख्ती: दिशा पाटनी फायरिंग केस में पांचवां आरोपी घायल, गिरफ्तार |

 12 सितंबर 2025 को उत्तर प्रदेश के बरेली में बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पाटनी के सिविल लाइंस स्थित घर के बाहर सुबह करीब 3:45 बजे बाइक सवार बदमाशों ने नौ राउंड से ज्यादा गोलियां चलाईं। इस घटना ने पूरे शहर में दहशत फैला दी। आसपास के लोग गोलियों की आवाज और कुत्तों के भौंकने से सहम गए। हमले की जिम्मेदारी गोल्डी बरार और रोहित गोदारा गैंग ने सोशल मीडिया पर ली, जिसमें उन्होंने दिशा की बहन खुशबू पाटनी द्वारा कथावाचक प्रेमानंद महाराज और अनिरुद्धाचार्य पर की गई टिप्पणियों को इसका कारण बताया। यह घटना न केवल एक सेलिब्रिटी पर हमला थी, बल्कि सोशल मीडिया पर विवादों का खतरनाक परिणाम भी सामने लाई।

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पुलिस की त्वरित कार्रवाई और मुठभेड़

19 सितंबर 2025 की रात करीब 11 बजे बिहारीपुर नदी पुल के पास शाही थाना पुलिस और स्वाट टीम को गुप्त सूचना मिली कि फायरिंग की साजिश में शामिल अपराधी क्षेत्र में मौजूद हैं। पुलिस ने तुरंत संयुक्त अभियान चलाया और संदिग्धों को घेर लिया। जैसे ही पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, अपराधियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में 19 वर्षीय रामनिवास उर्फ दीपक उर्फ दीपू को पैर में गोली लगी। वह राजस्थान के बियावर जिले, थाना जैतारण, बेडकला का निवासी है और उसके सिर पर 25 हजार रुपये का इनाम था। पुलिस ने दीपू के पास से .32 बोर की पिस्टल, चार जिंदा और चार खोखा कारतूस बरामद किए। दूसरा आरोपी अनिल, जो हरियाणा के सोनीपत, राजपुर, थाना बडी का निवासी है, भी पकड़ा गया। उसके पास .315 बोर का तमंचा और कारतूस मिले। दोनों बिना नंबर प्लेट वाली स्प्लेंडर प्लस बाइक पर सवार थे। घायल दीपू को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है।

बरेली में दिशा पाटनी के घर के बाहर फायरिंग मामले में यूपी पुलिस की मुठभेड़ में पकड़ा गया आरोपी।

गहरी साजिश और रेकी का खुलासा

पुलिस जांच में पता चला कि दीपू और उसके साथी लंबे समय से दिशा पाटनी के घर की रेकी कर रहे थे। वे एक संगठित गिरोह के इशारे पर काम कर रहे थे, जिसके तार गोल्डी बरार और रोहित गोदारा जैसे अंतरराष्ट्रीय अपराधियों से जुड़े हैं। पुलिस ने 2500 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज की जांच कर आरोपियों की पहचान की। इस मामले में अब तक पांच मुख्य आरोपियों पर कार्रवाई हो चुकी है। दो एनकाउंटर में ढेर किए गए, दो नाबालिग गिरफ्तार हुए, और अब दीपू की गिरफ्तारी ने अपराधियों में खौफ पैदा कर दिया है। पकड़े गए आरोपी दीपू ने डरते हुए कहा, "सर, दोबारा कभी यूपी की सरजमीं पर कदम नहीं रखूंगा," जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

योगी सरकार और पुलिस की सख्ती

घटना के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिशा पाटनी के पिता, पूर्व डीएसपी जगदीश सिंह पाटनी से फोन पर बात की और परिवार को पूरी सुरक्षा का भरोसा दिलाया। उन्होंने मामले की गहन जांच के आदेश दिए। यूपी पुलिस की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति ने अपराधियों को साफ संदेश दिया है कि राज्य में अपराध बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दिशा के परिवार ने भी पुलिस की त्वरित कार्रवाई की सराहना की है। हालांकि, पुलिस का मानना है कि इस गिरोह की जड़ें गहरी हैं, और रोहित गोदारा जैसे अपराधी अभी भी सक्रिय हैं। इसके चलते निगरानी और सख्ती बढ़ा दी गई है।

अपराध और सोशल मीडिया का खतरनाक खेल

यह मामला न केवल एक हाई-प्रोफाइल सेलिब्रिटी पर हमले का उदाहरण है, बल्कि सोशल मीडिया पर फैलाए गए विवादों का खतरनाक परिणाम भी दर्शाता है। दिशा की बहन खुशबू की टिप्पणियों को लेकर शुरू हुआ विवाद इतना बढ़ गया कि अपराधी गैंग ने इसका फायदा उठाकर हमला कर दिया। यह घटना समाज को सतर्क करती है कि सोशल मीडिया पर की गई बातों का असर कितना गंभीर हो सकता है। पुलिस अब इस मामले में और गहराई से जांच कर रही है ताकि बाकी बचे अपराधियों को पकड़ा जा सके।

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