ग्रेटर नोएडा की ऐस सिटी सोसाइटी में 13 सितंबर 2025 को एक दुखद घटना ने सभी को झकझोर दिया। 37 वर्षीय साक्षी चावला और उनके 11 वर्षीय विशेष रूप से सक्षम बेटे दक्ष ने 13वीं मंजिल से छलांग लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। यह हादसा सुबह करीब 10 बजे हुआ, जब लोगों ने जोरदार चीख सुनी और दोनों को खून से लथपथ जमीन पर पड़ा पाया। बिसरख थाने की पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर शवों को कब्जे में लिया और पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। इस घटना ने पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ा दी।
पुलिस को साक्षी के फ्लैट से एक सुसाइड नोट मिला, जो उनके पति दर्पण चावला के नाम था। नोट में लिखा था, “हम इस दुनिया को छोड़ रहे हैं। माफ करना। हम अब आपको परेशान नहीं करना चाहते। हमारी मौजूदगी से आपकी जिंदगी खराब न हो।” इस नोट में साफ लिखा था कि उनकी मौत के लिए कोई जिम्मेदार नहीं है। यह नोट साक्षी और दक्ष के मानसिक दबाव और दर्द को दर्शाता है, जिसने उन्हें यह कठोर कदम उठाने के लिए मजबूर किया।
जांच में पता चला कि दक्ष लंबे समय से मानसिक बीमारी से जूझ रहा था और दवाओं पर निर्भर था। साक्षी ने कई डॉक्टरों से सलाह ली और गुरुद्वारों में प्रार्थनाएं कीं, लेकिन दक्ष की हालत में सुधार नहीं हुआ। पड़ोसियों के अनुसार, साक्षी अक्सर अपने बेटे की स्थिति को लेकर परेशान रहती थीं और कहती थीं कि उनकी जिंदगी बहुत मुश्किल हो गई है। घटना वाले दिन, साक्षी के पति दर्पण, जो पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं, ने साक्षी से दक्ष को दवा देने को कहा था। दवा देने के बाद साक्षी अपने बेटे को बालकनी में ले गईं, और फिर यह दुखद घटना हो गई।
एडीसीपी सेंट्रल नोएडा शाव्या गोयल ने बताया कि दक्ष की मानसिक अस्थिरता के कारण साक्षी हमेशा तनाव में रहती थीं। पुलिस ने सुसाइड नोट के आधार पर अपनी जांच शुरू कर दी है और शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। चावला परिवार, जो मूल रूप से उत्तराखंड के गढ़ी नेगी गांव का रहने वाला था, ऐस सिटी सोसाइटी में रहता था। पड़ोसियों ने उन्हें शांत और सम्माननीय परिवार बताया, और इस घटना से सभी सदमे में हैं।
यह घटना न केवल एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि यह समाज को मानसिक स्वास्थ्य और परिवार के दबावों के प्रति जागरूक होने का संदेश देती है। साक्षी और दक्ष की कहानी हमें बताती है कि समय पर सहायता और समर्थन कितना जरूरी है। पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है ताकि इस दुखद घटना के पीछे की पूरी सच्चाई सामने आ सके।