उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग ज़िले में स्थित जंगलछट्टी के पास केदारनाथ यात्रा मार्ग पर मंगलवार, 18 जून 2025 को सुबह लगभग 11:20 बजे, अचानक पहाड़ी से मलबा और भारी पत्थर गिर पड़े। यह हादसा भूस्खलन (landslide) के कारण हुआ।
- स्थान: जंगलछट्टी, जो गौरीकुंड से केदारनाथ जाने वाले मुख्य पैदल मार्ग पर आता है।
- यह स्थान यात्रियों के विश्राम के लिए एक प्रमुख बिंदु है।
मृतक
- नितिन कुमार — निवासी डोडा, जम्मू-कश्मीर
- चंद्रशेखर — निवासी डोडा, जम्मू-कश्मीर - दोनों कोंडी वाहक (पैदल डंडी ले जाने वाले) थे।
घायल
- संदीप कुमार (22 वर्ष) — डोडा निवासी
- नितिन मानहास (16 वर्ष) — डोडा निवासी
- आकाश चितरिया (40 वर्ष) — तीर्थयात्री, निवासी गुजरात
तीनों को गंभीर चोटें आईं, विशेषकर पैरों, हाथों और कमर में। सभी घायलों को रस्सियों की मदद से खाई से निकाला गया और गौरीकुंड के प्राथमिक अस्पताल ले जाया गया।
बचाव कार्य
- सूचना मिलते ही पुलिस, SDRF और DDRF की टीमें मौके पर पहुँचीं।
- तेज बारिश और कठिन रास्तों के बावजूद सभी घायलों और मृतकों को निकाला गया।
- पुलिस ने पुष्टि की कि यह दुर्घटना मौसम जनित भूस्खलन के कारण हुई।
मौसम की भूमिका
- हाल के दिनों में क्षेत्र में लगातार भारी बारिश हो रही है।
- मौसम विभाग ने केदारनाथ यात्रा मार्ग के लिए ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया है।
- प्रशासन ने तीर्थयात्रियों को सावधानी बरतने और केवल मौसम अनुकूल होने पर ही यात्रा करने की सलाह दी है।
प्रशासन की अपील
- यात्रियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे वॉकी-टॉकी और हेल्पलाइन से जुड़े रहें।
- यात्रा मार्ग पर सावधानी चिह्न, रोकथाम के निर्देश और अस्थायी शेल्टर की व्यवस्था की जा रही है।
- दुर्घटना के बाद कुछ समय के लिए यात्रा रोकी गई थी, लेकिन स्थिति सामान्य होने के बाद मार्ग फिर से खोला गया।
निष्कर्ष
यह घटना एक बार फिर यह दर्शाती है कि पहाड़ी क्षेत्रों में यात्रा करते समय प्राकृतिक आपदाओं का जोखिम हमेशा बना रहता है। यात्रियों, श्रमिकों और स्थानीय प्रशासन — सभी को सजग और तैयार रहना चाहिए ताकि इस तरह की दुर्घटनाओं को रोका जा सके या उनका प्रभाव कम किया जा सके।