ईरान में चल रहे संघर्ष के बीच एक भारतीय पर्यटक की आपबीती सामने आई है, जिसने सोशल मीडिया के ज़रिए बताया कि वह तो बमबारी से तो बच गया, लेकिन अब देश की सीमा पर फंसा हुआ है और घर लौटने का कोई रास्ता नहीं सूझ रहा।
पर्यटक ने बताया कि जब वह ईरान घूमने आया था, तब हालात सामान्य थे। लेकिन बीते कुछ दिनों में जब ईरान में युद्ध जैसी स्थिति बनी, तो उसे खुद को बचाने के लिए भागना पड़ा। “मैंने बम गिरते हुए देखे, डर के मारे छिपा रहा, लेकिन अब जब बॉर्डर तक पहुंचा हूं तो यहां से बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं है,” उसने कहा।
पर्यटक ने बताया कि सीमा पर वह अकेला नहीं है। कई अन्य विदेशी नागरिक भी वहीं फंसे हुए हैं। वहां पानी, भोजन और स्वास्थ्य सेवाओं की भारी कमी है। उन्होंने भारतीय सरकार और दूतावास से मदद की गुहार लगाई है। “कृपया हमें यहां से बाहर निकालिए,” उसने अपील की।
इस पूरे मामले में भारतीय दूतावास ने जानकारी दी है कि वह ईरान में फंसे सभी भारतीय नागरिकों की स्थिति पर नज़र रख रहा है और सुरक्षित वापसी के लिए प्रयास कर रहा है। सरकार के सूत्रों के अनुसार, बचाव के लिए जल्द ही कोई उपाय किया जा सकता है।
ईरान में इस समय जो हालात हैं, उसमें आम नागरिकों की जान सबसे ज़्यादा खतरे में है। भारत सरकार ने पहले ही अपने नागरिकों को ईरान की यात्रा टालने की सलाह दी थी। लेकिन जो लोग पहले से वहां मौजूद हैं, उनकी सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता बनी हुई है।
युद्धग्रस्त ईरान में फंसे भारतीय नागरिकों की स्थिति चिंताजनक है। उनका यह संदेश केवल एक व्यक्तिगत अनुभव नहीं, बल्कि उन सभी की पीड़ा है जो विदेशों में ऐसे संकटों का सामना कर रहे हैं। अब सभी की नज़रें भारत सरकार की अगली कार्रवाई पर टिकी हैं।