उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले के खंडासा क्षेत्र में गुरुवार रात एक दर्दनाक घटना में 55 वर्षीय महिला कुंता देवी और उनके 22 वर्षीय बेटे प्रेमनाथ की बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। यह हमला एक लंबे समय से चल रहे भूमि विवाद के कारण हुआ, जिसमें हमलावरों ने लाठी और लोहे की रॉड से हमला किया।
घटना का विवरण
गुरुवार रात करीब 10:30 बजे, प्रेमनाथ अंडूतारा गांव में एक 'तेरहवीं' समारोह से लौट रहे थे, जब उनके घर के पास ही उन पर हमला हुआ। चीख-पुकार सुनकर उनकी मां कुंता देवी बाहर आईं और अपने बेटे को बचाने की कोशिश की। उन्होंने अपने बेटे को ढककर हमलावरों से बचाने की कोशिश की, लेकिन हमलावरों ने दोनों को बेरहमी से पीटा। परिवार के अन्य सदस्य, 18 वर्षीय भाई दिनानाथ और 28 वर्षीय भाभी अनीता, भी बचाव के लिए आगे आए, लेकिन उन्हें भी गंभीर चोटें आईं।
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भूमि विवाद की पृष्ठभूमि
यह विवाद 10 बिस्वा जमीन को लेकर था, जिसे प्रेमनाथ ने पिछले साल गुड्डू सिंह से खरीदा था। हालांकि, पड़ोसी सोनू ने इस पर दावा किया कि यह जमीन उनके नाना की थी और उनके परिवार की है। यह मामला पिछले एक साल से अमानीगंज के नायब तहसीलदार की अदालत में लंबित था। करीब 15 दिन पहले दोनों पक्षों में तीखी बहस हुई थी, जिसके बाद पुलिस ने दोनों पक्षों को शांत रहने के लिए नोटिस जारी किया था।
पुलिस कार्रवाई
पुलिस ने इस मामले में सोनू और हृदय राम सहित नौ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इनमें से सात को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। शेष आरोपियों की तलाश जारी है। महुआ गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है और स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
सामाजिक प्रतिक्रिया और चिंता
यह घटना न केवल एक परिवार के लिए त्रासदी है, बल्कि यह भूमि विवादों के कारण बढ़ती हिंसा और प्रशासनिक तंत्र की विफलता को भी उजागर करती है। स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि वह ऐसे विवादों को समय रहते सुलझाने के लिए प्रभावी कदम उठाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।