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बेंगलुरु में दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। बेंगलुरु ग्रामीण क्षेत्र के सुर्यानगर पुलिस ने एक 17 वर्षीय लड़की की हत्या के मामले का खुलासा करते हुए बिहार से सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह मामला उस समय सामने आया जब 21 मई 2025 को बेंगलुरु के चंदापुरा रेलवे ब्रिज के पास एक नीले रंग का सूटकेस मिला, जिसमें एक नाबालिग लड़की की लाश बंद थी।
मामला क्या है?
पुलिस के अनुसार, मृतका बिहार के नवादा जिले की रहने वाली थी। आरोपी आशिक कुमार ने उसे शादी का झांसा देकर बेंगलुरु बुलाया था। यहां एक कमरे में उसे शराब पिलाकर बेहोशी की हालत में गला घोंटकर मार डाला गया, और फिर शव को सूटकेस में डालकर रेलवे ट्रैक के पास फेंक दिया गया।
गिरफ्तार आरोपी
बेंगलुरु ग्रामीण पुलिस ने बिहार के नवादा जिले में छापेमारी कर 7 लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में प्रमुख नाम हैं:
- आशिक कुमार
- मुकेश
- राजाराम मोहन
- और अन्य चार स्थानीय युवक
इनमें से एक नाबालिग आरोपी भी बताया जा रहा है, जिसकी जांच बाल न्याय अधिनियम के तहत की जा रही है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट और जांच
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह पुष्टि हुई कि पीड़िता की मृत्यु गला दबाने (strangulation) से हुई थी। शरीर पर चोट के कई निशान भी मिले हैं, जिससे यह एक पूर्व नियोजित हत्या प्रतीत होती है।
पुलिस ने बताया कि लड़की की पहचान उसके शरीर पर बने टैटू और कपड़ों के आधार पर की गई। परिवार ने भी उसकी शिनाख्त की पुष्टि की है।
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पुलिस का बयान
बेंगलुरु ग्रामीण पुलिस अधीक्षक ने बताया कि यह मामला बेहद गंभीर है और इसका लिंक ऑनलाइन बातचीत और प्रेमजाल (love trap) से जुड़ा हुआ प्रतीत होता है। घटना के पीछे का मकसद अब तक पूरी तरह स्पष्ट नहीं है, लेकिन प्रथम दृष्टया यह विश्वासघात और शारीरिक शोषण से जुड़ा मामला लग रहा है।
सामाजिक और कानूनी दृष्टिकोण
यह मामला देश में नाबालिग लड़कियों के साथ हो रहे अपराधों की भयावह सच्चाई को उजागर करता है। शादी का झांसा देकर बुलाना, फिर हत्या कर देना, न केवल कानूनन अपराध है बल्कि समाज के नैतिक पतन की तस्वीर भी पेश करता है।