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Uttrakhand: धामी का सुरक्षा पर सख्त रुख - नियमों का पालन अनिवार्य

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हाल ही में एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई, जिसमें उन्होंने राज्य में विभिन्न परियोजनाओं और सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा नियमों का सख्ती से पालन करने पर जोर दिया। यह बैठक हाल के दिनों में राज्य में हुई कुछ दुर्घटनाओं के मद्देनजर बुलाई गई, जिन्होंने सुरक्षा मानकों की कमी को उजागर किया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए।

बैठक का उद्देश्य और पृष्ठभूमि

मुख्यमंत्री धामी ने यह बैठक देहरादून में आयोजित की, जिसमें लोक निर्माण विभाग, आपदा प्रबंधन, परिवहन, और अन्य संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। हाल ही में उत्तराखंड में सड़क हादसों और निर्माण कार्यों के दौरान हुई दुर्घटनाओं ने प्रशासन का ध्यान सुरक्षा प्रोटोकॉल की ओर खींचा। धामी ने कहा, "हमारी प्राथमिकता लोगों की जान और संपत्ति की सुरक्षा है। किसी भी परियोजना में गुणवत्ता और सुरक्षा से समझौता नहीं किया जा सकता।" बैठक में सड़कों, पुलों, और अन्य बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में सुरक्षा मानकों की समीक्षा की गई।

सुरक्षा नियमों पर सख्ती के निर्देश

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी निर्माण परियोजनाओं में सुरक्षा मानकों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने विशेष रूप से सड़क निर्माण, भवनों, और पर्यटक स्थलों पर सुरक्षा उपायों को मजबूत करने पर जोर दिया। धामी ने कहा कि ठेकेदारों और संबंधित एजेंसियों को जवाबदेह ठहराया जाएगा, और नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, उन्होंने आपदा प्रबंधन विभाग को बरसात और भूस्खलन जैसी प्राकृतिक आपदाओं के लिए पहले से तैयार रहने के लिए कहा।

पर्यटकों और स्थानीय लोगों की सुरक्षा

उत्तराखंड में पर्यटन एक प्रमुख उद्योग है, और हर साल लाखों पर्यटक चारधाम यात्रा और अन्य स्थलों पर आते हैं। धामी ने इस बात पर जोर दिया कि पर्यटकों की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए जाएं। उन्होंने परिवहन विभाग को निर्देश दिए कि बसों, टैक्सियों, और अन्य वाहनों की नियमित जांच की जाए ताकि सड़क हादसों को रोका जा सके। साथ ही, होटलों और होमस्टे में अग्नि सुरक्षा और आपातकालीन निकास जैसे उपायों को लागू करने के लिए कहा गया।

निगरानी और जवाबदेही

बैठक में धामी ने एक निगरानी तंत्र स्थापित करने की बात कही, जो नियमित रूप से परियोजनाओं और सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा मानकों की जांच करेगा। उन्होंने अधिकारियों को समय-समय पर ऑडिट करने और जनता से मिलने वाली शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि सुरक्षा नियमों का पालन न करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को भी जिम्मेदार ठहराया जाएगा।

निष्कर्ष

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की इस बैठक ने उत्तराखंड में सुरक्षा के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाया। यह कदम न केवल बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की गुणवत्ता को बेहतर करेगा, बल्कि स्थानीय लोगों और पर्यटकों की जान की रक्षा भी सुनिश्चित करेगा। धामी का यह सख्त रुख यह संदेश देता है कि उत्तराखंड में विकास और सुरक्षा साथ-साथ चलेंगे।

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