उत्तराखंड के चमोली जिले में 18 सितंबर 2025 की रात को नन्दा नगर के पास एक शक्तिशाली बादलफाड़ (cloudburst) की घटना हुई। इस प्राकृतिक आपदा ने कई घरों को क्षतिग्रस्त किया है, लोग घायल और लापता हुए हैं, तथा बचाव-कार्य अभी भी जारी है।
घटना का विवरण
बादलफाड़ की वजह से भारी बारिश हुई जो अचानक मलबे और पानी के तेज प्रवाह के साथ तल और पहाड़ी इलाकों में फैल गई। भयावह बारिश में लगभग 35 मकान पूरी तरह या आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए और लगभग 20 लोग घायल हुए। इसके अलावा 14 लोग अभी भी लापता हैं। पूरी घटना से लगभग 200 लोग प्रभावित हुए हैं।
Terrifying visuals from Chamoli’s Nandanagar
— Kumaon Jagran (@KumaonJagran) September 18, 2025
A midnight cloudburst buried homes and left 5 people missing.
Villages swept by debris, Moksh river swelling, rescue ops underway.#Chamoli #Cloudburst https://t.co/AJpJZvV7Hf pic.twitter.com/xWcMEVLu9Z
राहत एवं खोज-बचाव कार्रवाई
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जानकारी दी है कि एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और अन्य बचाव दल तुरंत मौके पर पहुँच गए हैं। घायलों को नज़दीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है जबकि ज़रूरतमंदों को एम्स ऋषिकेश भेजे जाने की योजना है। सड़कें अवरुद्ध हुई हैं, मलबा हटाने और मार्ग पुनः खोलने का काम चल रहा है। मौसम विभाग ने आगे भी भारी बारिश की चेतावनी दी है, जिससे बचाव कार्य को और मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
सामाजिक-आर्थिक प्रभाव
इस आपदा से प्रभावित लोगों की संख्या बड़ी है, जिनके घर क्षतिग्रस्त हुए, ज़रूरतमंदों को अस्थायी आवासों की आवश्यकता होगी। आपदा के कारण सड़क नेटवर्क और बुनियादी सुविधाएँ बाधित हुई हैं, जिससे आपूर्ति और चिकित्सा सेवाएँ प्रभावित हुई हैं। यह स्थानिक अर्थव्यवस्था पर भी असर डालेगा क्योंकि पहाड़ी क्षेत्रों में ऐसे हालात कृषि, पर्यटन और रोज़मर्रा की गतिविधियों को बाधित करते हैं।