उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में 23 सितंबर 2025 को सुबह करीब 6 बजे एक भयानक सड़क हादसा हो गया, जो पूरे इलाके को हिला देने वाला था। यह घटना नेशनल हाईवे-91 पर गोपी पुल के पास हुई, जो अलीगढ़ शहर से लगभग 25 किलोमीटर दूर अकराबाद थाना क्षेत्र में आता है। एक परिवार मंदिर दर्शन से लौट रहा था जब उनकी कार का टायर अचानक फट गया। तेज स्पीड में चल रही कार डिवाइडर तोड़कर गलत लेन में चली गई और सामने से आ रहे कैंटर से जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी तेज थी कि दोनों वाहन आपस में चिपक गए और कार का ईंधन टैंक फट गया, जिससे कुछ ही पलों में आग की लपटें भड़क उठीं। यह आग इतनी भयंकर हो गई कि कार और कैंटर पूरी तरह जलकर खाक हो गए। इस हादसे में कार सवार एक ही परिवार के चार सदस्य - दो बच्चे (5 और 8 साल के), एक महिला और एक पुरुष - के साथ-साथ कैंटर चालक भी जिंदा जल गए। कुल 5 लोगों की मौत हो गई, जबकि एक यात्री को स्थानीय लोगों ने मलबे से निकाला और गंभीर हालत में अलीगढ़ जिला अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने उसकी स्थिति को देखते हुए आगरा के लिए रेफर करने का फैसला किया। यह जानकारी कई विश्वसनीय न्यूज साइट्स जैसे जगरण, इंडिया टीवी, ईटीवी भारत और फ्री प्रेस जर्नल से क्रॉस चेक की गई है, जहां सभी ने तारीख, जगह और मौतों की संख्या को एक जैसा बताया है।
उत्तर प्रदेश-
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) September 23, 2025
अलीगढ़ में टक्कर लगने के बाद कार और कैंटर में आग लगी, 4 लोगों की जिंदा जलकर मौत हुई !!
बताया जा रहा है कि कार का टायर फटा और वो डिवाइडर पार करके दूसरी साइड पहुंच गई। वहां सामने से आ रहे कैंटर से भिड़ गई। pic.twitter.com/1qPuxiMjM8
सुबह के समय हाईवे पर ट्रैफिक कम था, लेकिन कार करीब 100 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से कानपुर की ओर जा रही थी। अचानक टायर फटने से चालक का कंट्रोल खो गया और कार ने डिवाइडर तोड़ दिया। कैंटर एटा की ओर से आ रहा था, जो अलीगढ़ से लोडेड माल लेकर जा रहा था। दोनों वाहनों की आमने-सामने टक्कर से ईंधन लीक हो गया और चिंगारी लगते ही आग फैल गई। वीडियो फुटेज में साफ दिख रहा है कि कैसे कार 'आग का गोला' बन गई और धुंए का गुबार आसमान छूने लगा। स्थानीय लोग दौड़कर आए, लेकिन आग इतनी तेज थी कि किसी को बचाने का मौका ही नहीं मिला। पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना मिलते ही एसपी ग्रामीण अमृत जैन के नेतृत्व में टीमें मौके पर पहुंचीं। आग बुझाने में 30-40 मिनट लग गए, तब तक वाहन पूरी तरह तबाह हो चुके थे। इस दौरान आगरा-अलीगढ़ हाईवे पर ट्रैफिक डायवर्ट करना पड़ा ताकि जाम न लगे। फॉरेंसिक टीम ने मलबे की जांच की और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। मौत का सटीक कारण तेज स्पीड, चालक की लापरवाही या मैकेनिकल फॉल्ट माना जा रहा है, लेकिन जांच जारी है।
हादसे के तुरंत बाद दमकल की दो गाड़ियां और एम्बुलेंस पहुंचीं। स्थानीय लोगों की मदद से एक घायल को बाहर निकाला गया, जो कार का पांचवां यात्री था। उसके शरीर पर गंभीर जलनें हैं और वह वेंटिलेटर पर है। शव इतने झुलसे हुए थे कि पहचान मुश्किल थी, लेकिन डीएनए टेस्ट से परिवारों को सूचना दी जाएगी। एसपी अमृत जैन ने इसे बेहद दुखद बताया और कहा कि सड़क सुरक्षा के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। जिला प्रशासन ने मृतकों के परिवारों को 2-2 लाख रुपये की सरकारी सहायता देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी घटना पर शोक जताया और घायल का बेहतर इलाज सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। यह जानकारी हिंदुस्तान टाइम्स, एनडीटीवी और आज तक जैसी साइट्स से वेरीफाई की गई, जहां सभी ने बचाव और मदद के कदमों को कन्फर्म किया।