गुजरात के वडोदरा जिले के पाडरा क्षेत्र में गिरी मुजपुर–गंभीरा पुल दुर्घटना को तीन दिन बीत चुके हैं, लेकिन अब तक एक व्यक्ति का कोई सुराग नहीं मिला है। इस हादसे में अब तक 20 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 22 वर्षीय विक्रम रमणभाई पाधियार अब भी लापता हैं।
अब तक की बड़ी बातें:
✅ एक व्यक्ति अब भी लापता
लापता युवक का नाम विक्रम रमणभाई पाधियार है, जो आनंद जिले का निवासी था। वह अपने चचेरे भाई के साथ वाहन में यात्रा कर रहा था, जिसके शव की पहचान पहले ही हो चुकी है।
✅ रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
एनडीआरएफ, दमकल विभाग और टेक्निकल टीमों ने चौथे दिन भी राहत कार्य जारी रखा। नदी के अंदर गिरे स्लैब के नीचे किसी शव के फंसे होने की आशंका के चलते अब डायमंड वायर कटर मशीन मंगवाई गई है जिससे स्लैब को काटा जा सके।
✅ क्या पहले हुआ कोई हादसा वजह बना?
जांच में यह बिंदु भी सामने आया है कि क्या पुल पर पहले हुई किसी दुर्घटना या ओवरलोडिंग ने उसकी संरचना को नुकसान पहुंचाया था, जिससे यह हादसा हुआ। फोरेंसिक टीम और एक्सपर्ट इसकी जांच कर रहे हैं।
✅ सरकार की कार्रवाई
गुजरात सरकार ने इस हादसे को लेकर अब तक चार इंजीनियरों को सस्पेंड कर दिया है। साथ ही 30 दिन में रिपोर्ट पेश करने का आदेश भी दिया गया है। सरकार ने नए पुल के लिए करीब ₹212 करोड़ के बजट की घोषणा की है।
✅ पहले से दी गई थी चेतावनी
साल 2021 से इस पुल को लेकर कई बार चेतावनियां दी गई थीं कि यह पुल सुरक्षित नहीं है। स्थानीय लोगों ने भी इसे लेकर प्रशासन से शिकायत की थी, लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया गया।
गंभीर लापरवाही और पुराने ढांचे की अनदेखी के चलते वडोदरा का यह दर्दनाक हादसा हुआ है। एक ओर जहां लापता व्यक्ति की तलाश जारी है, वहीं दूसरी ओर यह सवाल भी उठ रहा है कि अगर समय रहते मरम्मत होती, तो क्या ये जानें बचाई जा सकती थीं?