Sambhal पुलिस ने मेहक और परी नामक दो इंस्टाग्राम इन्फ्लूएंसर्स को हिरासत में लिया है। आरोप है कि वे अश्लील वीडियो बनाए और सोशल मीडिया पर साझा कर के लोकप्रियता और आर्थिक लाभ कमाती थीं।
(तारीख: 16 जुलाई 2025)
क्या हुआ?
- पुलिस को कई शिकायतें मिलीं कि influencers अश्लील भाषा और प्रोवोकेटिव जेस्चर्स से रील्स पोस्ट कर रही थीं गांव वालों की नाराज़गी के चलते संचालकों ने पुलिस को शिकायत भेजी
- जांच में मेहक-परी के अलावा टीम में हीना और ज़र्रार आलम भी शामिल पाए गए
कानूनी कार्रवाई
-
FIR दर्ज की गई: BNS 296B और IT Act 66 के तहत
-
कब्जा किए गए उपकरण: दो iPhones + चार फ़ोन
-
पुलिस ने कहा कि सोशल मीडिया की स्वतंत्रता सीमित होती है, और अश्लीलता के अपराध पर सख्त कार्रवाई की जाएगी .
दिलचस्प मोड़
-
गिरफ्तार आरोपियों का “विक्ट्री साइन” देना सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना
-
यह रवैया दर्शाता है कि कुछ लोग ऑनलाइन विवादों को प्रमोशनल रणनीति के रूप में भी इस्तेमाल करते हैं।
विशेषज्ञों की राय
विशेषज्ञों के अनुसार:
-
अश्लीलता एवं गालियों से भरी सामग्री से सस्ते दर्शकों की तादाद बढ़ती है, लेकिन इससे सामाजिक-अनैतिक असर भी होता है।
-
यह गिरफ्तारी संदेश देती है:
-
सोशल मीडिया पर कंटेंट क्रिएशन में सामाजिक और कानूनी जिम्मेदारी जरूरी।
-
नियंत्रण और निगरानी बढ़ने की संभावना, खासकर अश्लील कंटेंट पर।
-
यह मामला सोशल मीडिया की सीमाएँ और जिम्मेदारी दोनों को रेखांकित करता है। बीते कुछ समय से अश्लील कंटेंट बढ़ा है, और ऐसी घटनाएँ कानून-व्यवस्था के संवेदनशीलता और कदमों को उजागर करती हैं।