भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के अगले Monetary Policy Committee (MPC) की बैठक में यदि Repo Rate में 1 प्रतिशत की कटौती होती है, तो इसका सीधा लाभ Home Loan लेने वालों को मिलेगा। वर्तमान में कई बैंकों द्वारा Home Loan Interest Rates लगभग 8.4% से 9.2% के बीच तय किए जा रहे हैं।
यदि RBI की कटौती बैंक तक पहुंचती है और ब्याज दरें 8% से नीचे आ जाती हैं, तो ग्राहकों की EMI (Equated Monthly Installment) और Loan Tenure (ऋण अवधि) दोनों पर प्रभाव पड़ेगा।
नीचे एक उदाहरण के माध्यम से समझते हैं इसका प्रभाव:
मौजूदा स्थिति:
- Loan Amount: ₹30,00,000
- Interest Rate: 9% (Floating)
- Loan Tenure: 20 वर्ष
- वर्तमान EMI: लगभग ₹26,992
यदि ब्याज दर घटकर 8% हो जाती है:
- नई EMI: लगभग ₹25,093
- EMI में कमी: लगभग ₹1,899 प्रति माह
- सालाना बचत: लगभग ₹22,788
- कुल बचत (20 वर्ष में): ₹4.5 लाख के आसपास
यदि आप EMI में कमी नहीं करना चाहते और उसे स्थिर रखते हैं, तो:
- आपका Loan Tenure लगभग 18 वर्ष हो जाएगा
- कुल Interest Saving ₹3.5 लाख से ₹4 लाख तक हो सकती है
किसे होगा लाभ:
- Floating Rate Home Loan धारकों को सबसे अधिक लाभ होगा
- जिनके पास अभी भी लंबी अवधि का ऋण शेष है
- नए Home Loan लेने वाले ग्राहक
ध्यान देने योग्य बातें:
- RBI की Repo Rate कटौती बैंक दरों में तुरंत बदलाव नहीं करती, बैंक अपनी व्यावसायिक स्थिति के आधार पर निर्णय लेते हैं
- महंगाई (Inflation) की स्थिति और वैश्विक आर्थिक परिदृश्य RBI की नीतियों को प्रभावित करते हैं
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