Lakhimpur: 24 जून 2025 की सुबह उत्तर प्रदेश के बबुरी गाँव के ईंट भट्ठे पर उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब अचानक एक तेंदुआ वहाँ आ पहुँचा। भट्ठे पर काम कर रहे मजदूर मिहीलाल गौतम पर तेंदुए ने सीधा हमला कर दिया। लेकिन मिहीलाल ने बिना घबराए उसका डटकर मुकाबला किया। लगभग पाँच मिनट तक वे अकेले ही संघर्ष करते रहे।
उनकी हिम्मत देखकर अन्य मजदूर भी आगे आए और उन्होंने ईंट-पत्थरों की मदद से तेंदुए को पीछे हटाया। अंततः तेंदुआ वहाँ से भाग खड़ा हुआ। मिहीलाल इस हमले में घायल हो गए, जिन्हें तत्काल जिला अस्पताल पहुँचाया गया, जहाँ उनका इलाज जारी है।
घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुँची और करीब चार घंटे की मशक्कत के बाद घायल तेंदुए को सुरक्षित पकड़ लिया गया। विशेषज्ञों ने बताया कि तेंदुआ जंगल से भटक कर रिहायशी इलाके में आ गया था।
गाँव के लोगों और स्थानीय विधायक ने मिहीलाल की बहादुरी की खुलकर सराहना की है। वहीं, वन विभाग ने ग्रामीणों को चेतावनी दी है कि ऐसी किसी भी स्थिति में सीधे जानवर से भिड़ने की बजाय तुरंत अधिकारियों को सूचित करें।
गौरतलब है कि हाल के दिनों में उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में तेंदुओं की आमद और हमले की घटनाएँ बढ़ी हैं, जिससे ग्रामीण इलाकों में दहशत और सतर्कता दोनों बढ़ी है।
यह घटना मानव और वन्यजीवों के बीच बढ़ते संघर्ष का एक और उदाहरण है। विशेषज्ञों का मानना है कि अब समय आ गया है जब प्रशासन और वन विभाग को मिलकर ऐसे मामलों की रोकथाम के लिए ठोस योजना बनानी चाहिए, जिससे भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके और दोनों पक्षों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।