Rising Northeast Investors Summit 2025 भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए एक बड़ा दो दिन का कार्यक्रम है, जिसे पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय (MDoNER) आयोजित कर रहा है। नीचे इस समिट की पूरी जानकारी आसान और समझने योग्य हिंदी में दी गई है, जिसमें तारीखें भी शामिल हैं।
आयोजन की जानकारी
- नाम: राइजिंग नॉर्थईस्ट इन्वेस्टर्स समिट 2025
- तारीख: 23 और 24 मई, 2025
- जगह: भारत मंडपम, प्रगति मैदान, नई दिल्ली, भारत
- आयोजक: पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय (MDoNER), भारत सरकार, पूर्वोत्तर राज्यों और कुछ उद्योगों के साथ मिलकर।
- मकसद: पूर्वोत्तर भारत में निवेश के मौके दिखाना, अर्थव्यवस्था को बढ़ाना और इस क्षेत्र को व्यापार, पर्यटन और उद्योग का केंद्र बनाना, खासकर दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए एक प्रवेश द्वार के रूप में।
उद्देश्य और महत्व
यह समिट पिछले 10 सालों में पूर्वोत्तर के बदलाव को दिखाती है, जो सड़कों, रेल, हवाई सेवाओं और सरकारी नीतियों में सुधार के कारण हुआ है। यह सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हुआ। इसका लक्ष्य है कि भारत और विदेशों से निवेशक आएं और इस क्षेत्र में नए मौकों का फायदा उठाएं। वेब और X पर मिली जानकारी के अनुसार, इस समिट के लिए 4.22 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव पहले ही मिल चुके हैं।
मुख्य खासियतें
- चर्चा सत्र:
- समिट में 11 चर्चा सत्र होंगे, जो पर्यटन, खेती और खाद्य प्रसंस्करण, कपड़ा, तकनीक, सड़क-बुनियादी ढांचा, ऊर्जा, मनोरंजन और खेल जैसे विषयों पर होंगे।
- बिजनेस मीटिंग्स:
- बिजनेस-टू-गवर्नमेंट (B2G) और बिजनेस-टू-बिजनेस (B2B) मीटिंग्स होंगी, ताकि निवेशक, सरकारी लोग और उद्योग वाले आपस में बात कर सकें।
- प्रदर्शनी:
- पूर्वोत्तर के आठ राज्यों और केंद्रीय मंत्रालयों की प्रदर्शनियां होंगी, जो क्षेत्र की संस्कृति, उत्पादों और निवेश के मौकों को दिखाएंगी।
- नेटवर्किंग:
- यह समिट निवेशकों, उद्योग के बड़े लोगों और सरकारी अधिकारियों को मिलने का मौका देगी, ताकि पर्यावरण के लिए अच्छे और तेजी से बढ़ने वाले क्षेत्रों में निवेश हो सके।
- उद्घाटन:
- समिट का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया, जिन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर भारत की तरक्की का एक बड़ा हिस्सा है।
- मुख्य वक्ता:
- रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी जैसे बड़े लोग इस समिट में बोले, जिससे इसका महत्व और बढ़ गया।
मुख्य क्षेत्र
समिट में इन क्षेत्रों पर ध्यान दिया जाएगा:
- पर्यटन: पूर्वोत्तर को पर्यटन का बड़ा केंद्र बनाना।
- खेती और खाद्य प्रसंस्करण: खाने से जुड़े उद्योगों में निवेश।
- कपड़ा: क्षेत्र के हस्तशिल्प और कपड़ों को बढ़ावा देना।
- तकनीक: डिजिटल विकास और नए स्टार्टअप्स को बढ़ावा।
- बुनियादी ढांचा: सड़क, रेल और हवाई सेवाओं में सुधार।
- ऊर्जा: साफ और टिकाऊ ऊर्जा परियोजनाएं।
- मनोरंजन और खेल: क्षेत्र की सांस्कृतिक और खेल प्रतिभा को सामने लाना।
क्षेत्र का महत्व
पूर्वोत्तर को दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए एक प्रवेश द्वार के रूप में देखा जा रहा है। यह समिट इसे पर्यटन का केंद्र और वैश्विक स्तर पर काम करने वाले क्षेत्र के रूप में पेश करती है। यह क्षेत्र की प्राकृतिक सुंदरता, सांस्कृतिक धरोहर और आर्थिक मौकों को दुनिया के सामने लाती है।
पंजीकरण और अधिक जानकारी
- ज्यादा जानकारी और पंजीकरण के लिए, आधिकारिक वेबसाइट risingnortheast.in पर जाएं।
- यह आयोजन उन लोगों के लिए बड़ा मौका है, जो पूर्वोत्तर भारत के विकास में हिस्सा लेना चाहते हैं।
अतिरिक्त जानकारी
- समिट में शामिल होने के लिए शुल्क या पंजीकरण की जानकारी अभी उपलब्ध नहीं है, लेकिन इच्छुक लोगों को वेबसाइट पर ताजा अपडेट देखने चाहिए।
- यह आयोजन सिर्फ निवेश लाने के लिए नहीं, बल्कि क्षेत्र के टिकाऊ विकास और सभी के लिए वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए भी है।