पॉपुलर यूट्यूबर मोहक मंगल एक बार फिर सुर्खियों में हैं, लेकिन इस बार वजह कुछ अलग है। दिल्ली हाई कोर्ट के सख्त रवैये के बाद मोहक ने अपने एक वीडियो के विवादित हिस्सों को हटाने का फैसला किया है, जो न्यूज़ एजेंसी ANI के खिलाफ था। यह मामला तब शुरू हुआ जब ANI ने मोहक के वीडियो में कुछ कंटेंट को अपमानजनक बताते हुए कोर्ट का रुख किया। आइए, इस पूरे मामले को विस्तार से समझते हैं।मोहक मंगल का वीडियो कॉन्ट्रोवर्सी: दिल्ली हाई कोर्ट के ऑर्डर के बाद एक्शन,
मोहक मंगल, जो अपने गहन विश्लेषण और जानकारीपूर्ण वीडियोज़ के लिए जाने जाते हैं, ने हाल ही में एक वीडियो में न्यूज़ एजेंसी ANI के बारे में कुछ टिप्पणियां की थीं। इस वीडियो में कथित तौर पर कुछ ऐसी बातें थीं, जिन्हें ANI ने अपनी छवि के लिए नुकसानदायक माना। एजेंसी ने दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर की और दावा किया कि मोहक के वीडियो ने उनकी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाई है। कोर्ट ने इस मामले को गंभीरता से लिया और मोहक को वीडियो के कुछ हिस्सों को हटाने का निर्देश दिया।ANI पर वीडियो के 'ऑफेंडिंग पार्ट्स' हटाने का फैसला
मोहक के वीडियो में मौजूद कुछ हिस्सों को ANI ने आपत्तिजनक और तथ्यात्मक रूप से गलत बताया। न्यूज़ एजेंसी का कहना था कि इस कंटेंट ने न सिर्फ उनकी विश्वसनीयता पर सवाल उठाए, बल्कि उनके बिज़नेस और पब्लिक इमेज को भी नुकसान पहुंचाया। दिल्ली हाई कोर्ट ने ANI की याचिका पर सुनवाई करते हुए मोहक को निर्देश दिया कि वे अपने वीडियो के उन हिस्सों को तुरंत हटाएं, जो अपमानजनक या विवादास्पद हैं। कोर्ट के इस आदेश के बाद मोहक ने फैसला लिया कि वे वीडियो के 'ऑफेंडिंग पोर्शन' को हटा देंगे।दिल्ली हाई कोर्ट का सख्त रवैया, यूट्यूबर ने मानी बात
दिल्ली हाई कोर्ट ने अपने फैसले में स्पष्ट किया कि कंटेंट क्रिएटर्स को अपनी बात रखने की आज़ादी है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि वे किसी व्यक्ति या संगठन की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा सकते हैं। कोर्ट ने मोहक के वीडियो के कुछ हिस्सों को 'डिफेमेटरी' (मानहानिकारक) माना और उन्हें हटाने का सख्त आदेश दिया। इस फैसले के बाद मोहक ने कोर्ट के निर्देशों का सम्मान करते हुए कहा कि वे वीडियो के विवादित हिस्सों को हटाने के लिए तैयार हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनका मकसद किसी की छवि को नुकसान पहुंचाना नहीं था।मोहक मंगल का यू-टर्न: वीडियो से हटाएगा विवादित कंटेंट
मोहक मंगल, जिनके लाखों सब्सक्राइबर्स और फैन फॉलोइंग है, ने इस मामले में शुरुआत में अपने कंटेंट का बचाव करने की कोशिश की थी। लेकिन कोर्ट के सख्त रवैये और कानूनी दबाव के बाद उन्होंने यू-टर्न लेते हुए विवादित कंटेंट को हटाने का फैसला किया। मोहक ने अपने दर्शकों को संबोधित करते हुए कहा कि वे भविष्य में अपने कंटेंट को और अधिक ज़िम्मेदारी के साथ पेश करेंगे, ताकि ऐसी कॉन्ट्रोवर्सी से बचा जा सके। उनके इस फैसले को कई लोग एक समझदारी भरा कदम मान रहे हैं, जबकि कुछ इसे कोर्ट के दबाव में लिया गया निर्णय बता रहे हैं।कोर्ट के दबाव में यूट्यूबर ने झुकाया सिर, वीडियो एडिट करेगा
यह मामला डिजिटल कंटेंट क्रिएटर्स के लिए एक बड़ा सबक है। यूट्यूब और सोशल मीडिया जैसे प्लेटफॉर्म्स पर बोलने की आज़ादी के साथ-साथ ज़िम्मेदारी भी उतनी ही ज़रूरी है। मोहक मंगल का यह कदम न सिर्फ उनके लिए, बल्कि उन सभी कंटेंट क्रिएटर्स के लिए एक उदाहरण है, जो अपनी बात को बिना किसी सीमा के रखने की कोशिश करते हैं। कोर्ट के इस फैसले ने यह भी साफ कर दिया कि अगर कंटेंट से किसी की प्रतिष्ठा को नुकसान होता है, तो कानूनी कार्रवाई हो सकती है।आगे क्या?
मोहक मंगल अब अपने वीडियो को एडिट करने की प्रक्रिया में हैं और जल्द ही अपडेटेड वर्जन रिलीज़ करने की उम्मीद है। लेकिन इस पूरे प्रकरण ने एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है - क्या कंटेंट क्रिएटर्स को अपनी बात रखने में और सावधानी बरतनी चाहिए? या फिर यह मामला अभिव्यक्ति की आज़ादी पर एक नया दबाव है? इस घटना ने डिजिटल स्पेस में कंटेंट क्रिएशन और उसकी सीमाओं को लेकर बहस को और तेज़ कर दिया है।
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