छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में सुरक्षाबलों और माओवादियों के बीच हुए एक बड़े encounter में 27 नक्सलियों को मार गिराया गया। यह घटना भारत के anti-Naxal operations के इतिहास में एक बड़ी सफलता मानी जा रही है।
इस operation को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसे एक "landmark achievement" बताया और सुरक्षाबलों की बहादुरी की जमकर सराहना की।
कहां और कैसे हुआ Encounter?
यह encounter कांकेर जिले के घने जंगलों में हुआ, जहाँ District Reserve Guard (DRG), Border Security Force (BSF) और अन्य एजेंसियों की एक संयुक्त टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की। बताया जा रहा है कि यह मुठभेड़ कई घंटों तक चली।
क्या बोले अमित शाह?
अमित शाह ने ट्विटर (अब X) पर लिखा:
“यह एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। माओवादी हिंसा से मुक्त भारत की दिशा में यह बड़ा कदम है। मैं हमारे सुरक्षाबलों को सलाम करता हूँ जिन्होंने देश की सुरक्षा के लिए यह वीरता दिखाई है।”
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार देश को माओवादी हिंसा से पूरी तरह मुक्त कराने के लिए zero tolerance policy अपना रही है।
अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई?
इस encounter को हाल के वर्षों की सबसे बड़ी anti-Naxal operations में से एक माना जा रहा है। इससे पहले भी बस्तर, सुकमा और बीजापुर जैसे इलाकों में सुरक्षाबलों ने कई माओवादियों को ढेर किया है, लेकिन एक ही ऑपरेशन में 27 मारे जाना एक बड़ी सफलता है।
छत्तीसगढ़ में हुआ यह encounter सिर्फ एक सैन्य सफलता नहीं, बल्कि यह संकेत है कि भारत अब माओवादी हिंसा के खिलाफ निर्णायक लड़ाई के मोड़ पर है। 27 माओवादियों का मारा जाना केवल एक संख्या नहीं, बल्कि उन हजारों मासूमों की रक्षा है जो वर्षों से इस हिंसा का शिकार हो रहे थे।